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एबीसी न्यूज़: अडानी समूह के ऑस्ट्रेलिया व्यवसाय में झोल ही झोल
भारत में अडानी समूह भले यह दावा करे कि गौतम अडानी के बड़े भाई से इसका कोई वास्ता नहीं है पर ऑस्ट्रेलिया के विवादित खनन व्यवसाय में स्थिति एकदम अलग है. आरोप हैं कि गौतम अडानी के भाई भारत से बाहर पैसा भेजने के घोटाले में शामिल रहे हैं.
3 अक्टूबर को एबीसी न्यूज़ ने ऑस्ट्रेलिया में अडानी समूह के व्यवसाय में गड़बड़ियों का खुलासा करते हुए एक ख़बर चलाई जिसमें दावा किया गया कि इस समूह ने वहां एक कोयले के खदान को लेने के लिए स्थानीय सरकार को बहुत सारे सब्जबाग दिखाए हैं पर भविष्य में इन वादों के नहीं पूरा होने की आशंका हैं.
ऑस्ट्रेलिया में कारमाइकेल कोयला खदान बनाने की मंजूरी अडानी समूह को मिली है. इसके लिए इस समूह ने ऑस्ट्रेलिया को 22 बिलियन डॉलर का टैक्स और ऊपर से रॉयल्टी मिलने के सपने दिखाए हैं, इस ख़बर ने यह दावा किया है.
पर एबीसी ने जानकारों के हवाले से कहा है कि इस समूह की ढेर सारी ऐसी संदेहास्पद कम्पनियां और ट्रस्ट सक्रिय हैं जिससे इसे अपना टैक्स बचाने का भरपूर मौका मिलेगा.
ऑस्ट्रेलिया में अडानी समूह बड़े पैमाने पर मौजूद है. क्वींसलैंड में एबोट पॉइंट कोल टर्मिनल से सम्बंधित विस्तार करने की जिम्मेदारी इस समूह के पास है. इसके साथ करीब 400 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाने का भी ठेका इसी समूह के पास है. यह रेल लाइन पोर्ट से कोयले के खदान से जोड़ने के लिए बनाया जाना है. यह कंपनी वहां के स्थानीय सरकार से एक बिलियन डॉलर का क़र्ज़ भी सस्ते दरों पर चाहती है.
इस ख़बर के अनुसार अब तक ऐसा माना जाता था कि अतुल्य रिसोर्सेज ही यह सब कर रही है. यह केमेन आईलैंड में रजिस्टर्ड है और सामान्य समझ के अनुसार एबोट पॉइंट पर होने वाले सारे कार्य इसी कंपनी के द्वारा किये जाने हैं. इसमें रेलवे का विस्तार भी शामिल है.
लेकिन एबीसी मीडिया ग्रुप ने अपनी जांच में पाया कि इस समूह की सर्वेसर्वा कंपनी कोई और है जिसका ऑस्ट्रेलिया में कोई जिक्र तक नहीं किया गया है. लेकिन सिंगापुर में दिए गए ब्यौरे इसकी पोल खोलते हैं, ऐसा दावा किया गया है.
अडानी समूह की कंपनियों ने सिंगापुर में जो ब्यौरे दिए हैं उसमें बताया है कि टैक्स हेवन के तौर पर मशहूर ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड में एक कंपनी रजिस्टर्ड है जो कि वास्तव में अतुल्य रिसोर्सेज की सर्वेसर्वा है.
एआरएफटी होल्डिंग लिमिटेड और अतुल्य रिसोर्सेज फॅमिली ट्रस्ट का ज़िक्र अन्य जगहों पर है पर अडानी समूह ने ऑस्ट्रेलिया की कंपनी वाचडॉग एएसआईसी के सामने इसका जिक्र नहीं किया है. यहां अतुल्य रिसोर्सेज को ही मातृ कंपनी के तौर पर दिखाया गया है.
लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है. एबीसी न्यूज़ दावा किया है कि अडानी समूह की कंपनियों का मातृ संगठन वर्जिन आईलैंड में रजिस्टर्ड कंपनी ही है. इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि विनोद अडानी या विनोद शांतिलाल अडानी या विनोद शाह के स्वामित्व में आने वाली अडानी कंपनी अपने तमाम आर्थिक रिपोर्ट में इसका जिक्र भी करती है.
विनोद, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बड़े भाई हैं और इस खबर के अनुसार उन पर भारत से बाहर पैसा भेजने के एक घोटाले में शामिल होने के लिए जांच चल रही है.
भारत के एक जांच अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि विनोद अडानी कुछ अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर बाहर पैसा भेजने के एक घोटाले में शामिल थे. इसको लेकर चल रहे केस को हाल ही में रद्द कर दिया गया.
इस ख़बर के अनुसार अपने बचाव में अडानी समूह ने दावा किया कि एनआरआई विनोद अडानी जिनके पास सिंगापुर की नागरिकता है, उनका अडानी समूह से कोई लेना देना नहीं है. वे एक स्वतंत्र व्यसायी हैं.
एबीसी की खबर में अडानी समूह के इस दावे पर सवाल खड़ा किया गया है. क्योंकि विनोद, अडानी समूह के ऑस्ट्रेलिया के व्यापार में करीब से जुड़े पाए गए हैं. विनोद शाह सिंगापुर आधारित बहुत सारी कंपनियों के मालिक हैं जो ऑस्ट्रेलिया के रेल और बंदरगाह के तमाम प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं. इन सारे प्रोजेक्ट का स्वामित्व केमेन आईलैंड के पास है. और इसका स्वामित्व ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड में रजिस्टर्ड कम्पनी के पास है.
सौतुक डॉट कॉम से साभार
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