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इंडियन रीडरशिप सर्वे की 10 ख़ास बातें
भारतीय अख़बारों के पठन-पाठन पर इस साल के पहले तीन महीनों के बारे में इंडियन रीडरशिप सर्वे (आईआरएस) के आंकड़े आए हैं. सर्वे के मुताबिक दैनिक जागरण देश का सबसे बड़ा अख़बार है. इसके साथ ही शीर्ष तीन बड़े अखबार भी हिंदी के ही हैं. दूसरे स्थान पर दैनिक भास्कर और तीसरे स्थान पर अमर उजाला हैं. हिंदी का एक और अख़बार प्रभात ख़बर तेजी से ऊपर चढ़ रहा है. आईआरएसके आंकड़ों में यह पांचवें स्थान पर है.
अंग्रेजी के अखबारों में टाइम्स ऑफ इंडिया शीर्ष पर बना हुआ है. यह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से काफी आगे है. इस सर्वे की 10 ख़ास बातें इस प्रकार हैं:
- 2017 में अख़बारों के पाठक 40.70 करोड़ थे, जो इस साल के पहले तीन महीनों में 42.50 करोड़ हो गए.
- हिंदी अख़बार 3.9, अन्य भारतीय भाषाओं (जिन्हें क्षेत्रीय भाषाएं कहा जाता है) के अख़बार 5.7 तथा अंग्रेज़ी के अख़बार 10.7 फ़ीसदी की दर से बढ़े हैं.
- हिंदी अख़बारों के 18.60 करोड़, क्षेत्रीय भाषाओं के अख़बारों के 21.10 करोड़ तथा अंग्रेज़ी के 3.10 करोड़ पाठक हैं.
- पत्रिकाएं 8.70 करोड़ लोग पढ़ते हैं. इसमें 90 लाख की बढ़ोत्तरी है.
- डिजिटल में उछाल 19 से 24 फ़ीसदी है.
- पूरी रिपोर्ट देखें, तो एक दिलचस्प मामला है. टीवी, रेडियो और पत्रिका में वृद्धि है, पर अख़बार और सिनेमा में मामला सपाट है.
- लेकिन मीडिया उपभोग में कुल मिलाकर बढ़ोतरी के कारण अख़बार और सिनेमा में उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ी है.
- सबसे मज़ेदार यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की पहुंच शहरी इलाक़ों से क़रीब आधी है, पर संख्या के हिसाब से ग्रामीण भारत में उपभोक्ता 50 फ़ीसदी हैं.
- यह रिपोर्ट 2017 के आख़िरी तीन तिमाहियों और इस साल की पहली तिमाही के तुलनात्मक औसत पर आधारित है.
- इस ताज़ा सर्वे में 324,286 परिवारों का अध्ययन हुआ है.
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