दिन ब दिन की इंटरनेट बहसों और विवादों पर न्यूज़लॉन्ड्री की संक्षिप्त टिप्पणी.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के सेना पर दिए गए बयान से राजनीति विवाद पैदा हो गया है. भागवत का कहना है कि इस देश का संविधान और क़ानून इजाजत नहीं देता लेकिन उनके स्वयंसेवक इतने सक्षम हैं कि तीन दिन के भीतर सैन्य कार्रवाई में सक्षम हैं, जबकि भारतीय सेना को तैयार होने में छह से सात महीने लग जाते हैं. विवाद बढ़ने पर संघ ने अपनी तरफ से सफाई दी है कि संघ प्रमुख के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. भागवत के बयान पर गृहराज्यमंत्री किरण रिजीजू ने भी सफाई दी है. हालांकि रिजीजू का बयान भागवत के बयान से पैदा हुई गफ़लत को खत्म करने की बजाय उसे और उलजाने वाला है. इसी मसले पर केंद्रित है न्यूज़लॉन्ड्री की यह टिप्पणी.