केजरीवाल पर हमले के मामले में क्या बीजेपी ने फैलाया झूठ?

जब भी अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ है, भाजपा इसे केजरीवाल का नाटक करार देते हुए आरोपी को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताती रही है. इस बार भाजपा ने झूठ का सहारा भी लिया है.

WrittenBy:बसंत कुमार
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कई दफ़ा हमले हो चुके हैं. केंद्र में भाजपा की सरकार है और दिल्ली पुलिस उसी के अंतर्गत आती है. जब भी अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ है, भाजपा इसे केजरीवाल का नाटक करार देते हुए आरोपी को आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता बताती रही है.

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चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल पर हुए हालिया हमले के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर हमले की साजिश का आरोप लगाया था. जिसकी प्रतिक्रिया में बीजेपी के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना ने एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने एक शख़्स की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि ‘@ArvindKejriwal भाजपा पर आरोप लगाने से पहले ठीक से जांच तो कर लेते. यह तो आपका ही कार्यकर्ता है. ठीक से जांच नहीं की या जान बूझकर @BJP4India को बदनाम करने के लिए यह खेल खेला. वैसे पूरी दिल्ली यही कह रही है कि यह खेल आप का ही खेला हुआ है.’

लेकिन हरीश खुराना ने अपने ट्वीट में लाल घेरा बनाकर जिस शख़्स को अरविंद केजरीवाल पर हमला करने वाला बताया है, दरअसल वह आम आदमी पार्टी के झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ, दिल्ली के अध्यक्ष सुशील चौहान हैं. हैरान करने वाली बात है कि भाजपा नेता जिसे हमलावर बता रहे हैं, उस शख़्स से हमारी मुलाकात सोमवार दोपहर आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में हुई. वहीं, हमले का आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में है.

सुशील चौहान न्यूज़लॉन्ड्री से बात करते हुए कहते हैं,  “बीजेपी ने साजिशन जिस तरह से मुझे हमलावर बताते हुए फोटो वायरल किया है, उससे मेरी जान को खतरा है. मैं डर के साये में जीने को मज़बूर हूं. अपनी पार्टी के प्रचार के लिए भी जाने से डर रहा हूं. लोग मुझे शक की निगाह से देख रहे हैं. मुझे डर है कि जो कार्यकर्ता सच नहीं जानते, वो मुझे हमलावर समझकर मारपीट भी कर सकते हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और हरीश खुराना की वजह से पार्टी की बदनामी तो हुई ही, मेरी व्यक्तिगत मानहानि भी हुई है. मैं दोनों के ख़िलाफ़ इलेक्शन कमीशन के यहां एक पत्र देने जा रहा हूं.”

सुशील आगे कहते हैं, “जब सीएम साहब पर हमला हुआ, उस वक़्त मैं उस रोड शो में मौजूद ज़रूर था, लेकिन हमला मैंने नहीं किया है. मुझे लगता है जब अरविंद जी और पार्टी ने हमले को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाया, तो बीजेपी ने साजिशन मेरी फोटो का इस्तेमाल करके पार्टी को बदनाम करने और नीचा दिखाने की कोशिश की है. बीजेपी मुझे बदनाम करके चुनाव में फायदा लेना चाहती है. हरीश खुराना और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी से मैं कहना चाहूंगा कि “भैया कभी अपने ऑफिस से निकल कर ज़मीन पर भी जाया करो. विपक्षी पार्टी के नेताओं को भी पहचाना करो.”

इस संबंध में जब हमने बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना से बात की तो उनका कहा कि “मैंने जो तस्वीर शेयर की है, उस पर अभी भी कायम हूं. जिस शख़्स ने सीएम हमला किया, वो आप का ही समर्थक है. इसको लेकर मैंने और भी तस्वीरें जारी की हैं.” जब हमने हरीश खुराना को बताया कि जिस शख़्स की आप तस्वीरें शेयर कर रहे हैं, उनसे हम मिलकर आये हैं और वो आप पर और मनोज तिवारी पर आम आदमी पार्टी को बदनाम करने का आरोप लगा रहे हैं, तो इसके जवाब में हरीश खुराना ने कहा कि “पता नहीं आप किससे मिलकर आये हैं. मैंने जो बोला है, उस पर कायम हूं और अगर कोई कोर्ट जाता है तो उसे कोर्ट में ही जवाब दूंगा.”

हाल में नयी दिल्ली इलाके में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक शख़्स ने सीएम केजरीवाल की गाड़ी के ऊपर चढ़कर उन्हें थप्पड़ मार दिया था. यह अरविंद केजरीवाल पर नवीं बार हुआ हमला था. आम आदमी पार्टी ने हमले के लिए बीजेपी की केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया. प्रेस कॉन्फ्रेंस करके केजरीवाल ने कहा था कि “हमला क्यों किया गया, किसलिए किया गया, ये सारी बातें बाद की हैं. हमला चूक का परिणाम था कि सुनियोजित था? मन में प्रश्न उठता है कि चूक एक बार होती है. चूक दो बार होती है. चूक तीन बार होती है. चूक नौ बार नहीं होती. उसमें फिर लगता है कि षड्यंत्र है. उसमें फिर लगता है कि करवाया जा रहा है. ये लोग एक आम आदमी का राजनीति में आना बर्दाश्त नहीं कर पा रहे. इन्होंने दिल्ली की जनता द्वारा चुने गये मुख्यमंत्री पर हमला किया है.”

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