विरासत कर पर राजनीतिक घमासन और सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग को नियंत्रित करने से इनकार 

हिंदी के प्रमुख अखबारों की रोजाना सुर्खियों का एक जायजा.

सैम पित्रोदा और नरेंद्र मोदी की तस्वीर

हिंदी के ज्यादातर प्रमुख अखबारों ने विरासत कर पर मचे घमासान को पहली सुर्खी बनाया है. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा वीवीपैट और ईवीएम के 100 प्रतिशत मिलान के संबंध में सुनवाई करने और कोटक महिंद्रा बैंक पर आरबीआई द्वारा नए ऑनलाइन ग्राहक और क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक आदि ख़बरों को भी प्रमुखता से स्थान दिया है. 

आइए आज के प्रमुख अखबारों की अन्य सुर्खियों पर भी एक नज़र डालते हैं. लेकिन उससे पहले अगर आप रोज़नामचा को अपने ई-मेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें.

अमर उजाला अखबार ने सैम पित्रोदा के विरासत कर वाले बयान पर प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया को अपनी पहली ख़बर बनाया है. ख़बर के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने छतीसगढ़ की चुनावी जनसभा में कांग्रेस पर लोगों की पैतृक संपत्ति उनके बच्चों से छीन लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कांग्रेस पर मध्यम वर्ग पर ज्यादा कर लगाने की वकालत करने का भी आरोप लगाया. वहीं कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के विरासत कर लगाए जाने वाले बयान से किनारा करते हुए उसे निजी प्रतिक्रिया बताया. 

सुप्रीम कोर्ट के वीवीपैट और ईवीएम के मामले में हुई सुनवाई को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. हालांकि, कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित कर लिया है. इस बारे में बुधवार को चुनाव आयोग से कुछ सवाल के सिलसिले में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने यह कहा कि वह वीवीपैट और ईवीएम से संबंधित तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए जरूरी निर्देश जारी कर सकता है लेकिन चुनाव आयोग पर एक नियंत्रण प्राधिकरण नहीं बन सकता. साथ ही कोर्ट ने यह भी साफ किया कि ईवीएम में संभव कमियों में सुधार की गुंजाइश है पर वापस मतपत्र पर जाने का कोई सवाल ही नहीं है. 

इसके अलावा कर्नाटक में मुसलमानों को पिछड़ा वर्ग में आरक्षण, आरबीआई की कोटक बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक और भाषण देते वक्त नितिन गडकरी के मंच पर बेहोश होने आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. 

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अखबार का पहला पन्ना

दैनिक जागरण अखबार ने प्रधानमंत्री मोदी की चुनावी जनसभा को अपनी पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने अंबिकापुर, छतीसगढ़ में अपनी चुनावी जनसभा में कांग्रेस की आलोचना की. उन्होंने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के विरासत कर लगाए जाने के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप होने, पार्टी पर नक्सलियों के कब्जा होने और लोगों की संपत्ति ले लेने की कांग्रेस की नीति जैसे आरोपों को दोहराया. 

राहुल गांधी के अमेठी से तो वहीं अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने की ख़बर को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, राहुल को अमेठी से चुनाव लड़ने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व से मंजूरी मिल गई है. संभवतः वे 1 मई को नामांकन करेंगे. वहां 20 मई को चुनाव होना है. वहीं अखिलेश यादव भी कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे. वहां 13 मई को चुनाव होना है. 

इसके अलावा वीवीपैट और ईवीएम के मसले पर सुप्रीम कोर्ट के चुनाव आयोग से सवाल जवाब, कोटक महिंद्रा को ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिए नए ग्राहक बनाने पर आरबीआई की रोक और राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने  करवाए थे पायलट और अन्य विधायकों के फोन टैप आदि ख़बरों को भी अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. 

जनसत्ता अखबार ने भी विरासत कर वाले बयान पर प्रधानमंत्री द्वारा हमलावर होने को अपनी पहली सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अपनी जनसभा में कांग्रेस पर लोगों से उनकी पैतृक संपत्ति लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि  कांग्रेस का इरादा मध्यम वर्ग पर ज्यादा कर लगाए जाने का है. वहीं, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने अपनी सफाई में कहा कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. साथ ही कांग्रेस ने उनके बयान को निजी बताया.  

सुप्रीम कोर्ट के चुनावों को नियंत्रित करने से मना करने की ख़बर को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, कोर्ट ने वीवीपैट से ईवीएम के 100 फीसदी मिलान मामले में फैसला सुरक्षित रखने बाद दोबारा सुनवाई की. इस दौरान कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसपर कोर्ट निगरानी नहीं रख सकता है. साथ ही मतपत्र पर दोबारा चुनाव कराने की मांग पर कोर्ट ने साफ मना कर दिया. 

इसके अलावा दूसरे चरण का चुनाव प्रचार रुकने, चुनावी बॉन्ड में लेन-देन की एसआईटी जांच कराने की याचिका, प्रधानमंत्री के राजस्थान में बयान पर चुनाव आयोग के पड़ताल शुरू करने और अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने की ख़बर को अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. 

अखबार का पहला पन्ना

हिंदुस्तान अखबार ने भी विरासत कर पर मचे बवाल को प्रमुख सुर्खी बनाया है. ख़बर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने अपनी चुनावी जनसभा में कांग्रेस के सत्ता में आने पर लोगों की पैतृक संपत्ति छीन लेने का आरोप लगाया है. प्रधानमंत्री ने यह बयान सैम पित्रोदा द्वारा विरासत कर लगाए जाने की वकालत करने पर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस द्वारा मध्यम वर्ग पर ज्यादा कर लगाए जाने की वकालत करने का आरोप भी लगाया. 

राहुल गांधी के जाति जनगणना की वकालत किए जाने की ख़बर को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, राहुल गांधी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जाति जनगणना उनके जीवन का लक्ष्य है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि भाजपा उनके क्रांतिकारी घोषणापत्र से डर गई है. 

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव आयोग के एक संवैधानिक संस्था होने के नाते नियंत्रण करने से मना करने, दूसरे चरण का प्रचार थमने, कोटक बैंक पर नए ग्राहक बनाने से रोक और अखिलेश यादव के कन्नौज से प्रत्याशी बनने की ख़बर को अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है.

दैनिक भास्कर अखबार ने भी प्रधानमंत्री द्वारा विरासत कर पर दिए सैम पित्रोदा के बयान पर पलटवार को अपनी पहली ख़बर बनाया है. ख़बर के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर लोगों की संपत्ति लूटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों की पैतृक संपत्ति उनके बच्चों को न देकर उसपर विरासत कर लगाने का सोच रही है. हालांकि, कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है. 

इसके अलावा निजी संपत्ति को संविधान की 39वीं अनुसूची के तहत लाने संबंधी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने की ख़बर को भी अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है. ख़बर के मुताबिक, इस मामले में कोर्ट ने केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि अगर संविधान में संशोधन होता है तो क्या मूल प्रावधान लागू होता है? इसके जवाब ने केंद्र ने दलील दी कि मूल प्रावधान लागू होता है. 

इसके अलावा आरटीआई से मिली सूचना में 5 साल में आईआईटी दिल्ली के 22% छात्रों को नौकरी नहीं मिलने और चुनावी बॉन्ड में लेन-देन की एसआईटी जांच कराने की याचिका आदि ख़बरों को अखबार ने पहले पन्ने पर जगह दी है. 

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