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दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते वायु प्रदूषण को औकात दिखाने के लिए क्रांतिकारी कदम उठाया. एक जुलाई से उसने दस साल पुराने डीज़ल और पंद्रह साल पुराने पेट्रोल वाहनों को तेल बेचने पर रोक लगा दी. इस ऐतिहासिक क्रांति ने दो ही दिन में दम तोड़ दिया.
ज्यादा नहीं चार महीने पहले दिल्ली में चुनाव से पहले रेखा गुप्ता और उनकी पार्टी का सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा था अरविंद केजरीवाल का शीशमहल. और अब रेखा गुप्ता की थेथरई देखिए. नेतागिरी का सुख यह है कि आप सरकार में आने से पहले और बाद में दो विशुद्ध विपरीत जुबानें बोल सकते हैं.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के राजमहल पर दिल्ली की जनता के पैसे से 60 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं. इस पैसे से रेखा गुप्ता के सरकारी आवास को आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. जिसमें 14 एसी के साथ दिल्ली के प्रदूषण को सीधे चुनौती दी जाएगी.
देखिए इस हफ्ते की टिप्पणी.